वैज्ञानिक ई-आई और समन्वयक
जैव सूचना विज्ञान सुविधा आरजीसीबी
प्रयोगशाला रोग जीवविज्ञान को समझने के लिए एक एकीकृत विकासवादी जैव सूचना विज्ञान मंच का उपयोग करती है, जिसमें विभिन्न प्रकार के वातावरणों में रोगाणुओं के बीच उत्पत्ति, अनुकूलन, संचरण और रोगज़नक़ी और एंटीबायोटिक प्रतिरोध के विकास को बेहतर ढंग से समझने पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
जैव सूचना विज्ञान सुविधा आरजीसीबी
जैव सूचना विज्ञान सुविधा आरजीसीबी
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
इंस्टीट्यूट फॉर मॉलिक्यूलर इवोल्यूशन, हेनरिक-हेन-यूनिवर्सिटी डसेलडोर्फ, जर्मनी (पर्यवेक्षक प्रो. डॉ. विलियम एफ. मार्टिन)
क्रिश्चियन-अल्ब्रेक्ट्स-यूनिवर्सिटी ऑफ कील, जर्मनी (पर्यवेक्षक प्रो. डॉ. ताल दागन)
इंस्टीट्यूट फॉर मॉलिक्यूलर इवोल्यूशन, हेनरिक-हेन-यूनिवर्सिटी डसेलडोर्फ, जर्मनी (पर्यवेक्षक प्रो. डॉ. विलियम एफ. मार्टिन)
इंस्टीट्यूट ऑफ बायोमेडिकल साइंसेज (आईबीएमएस), एकेडेमिया सिनिका, ताइपेई, ताइवान (पर्यवेक्षक: डॉ. मिंग-जिंग ह्वांग)
सेंटर फॉर सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी), हैदराबाद, भारत (पर्यवेक्षक: प्रो. सोमदत्त सिन्हा)
(डॉ. रेर. नैट.) हेनरिक-हेन-यूनिवर्सिटी डसेलडोर्फ, जर्मनी
महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, भारत
केरल विश्वविद्यालय, भारत
सदस्य, डिस्कवर वायरस-स्प्रिंगर नेचर का संपादकीय बोर्ड
सदस्य, सोसायटी फॉर मॉलिक्यूलर बायोलॉजी एंड इवोल्यूशन (एसएमबीई) (2010-)
जीनोम बायोलॉजी एंड इवोल्यूशन
माइक्रोबियल जीनोमिक्स
बायोइनफ़ॉरमैटिक्स