माइक्रोइंजेक्शन की प्रक्रिया में एक माइक्रोमीटर व्यास के पिपेट का उपयोग करके व्यक्तिगत कोशिकाओं के साइटोप्लाज्म या नाभिक में प्रोटीन, mRNA या DNA को पेश करना शामिल है। यह एक सटीक तकनीक है जिसका उपयोग इंजेक्ट की गई सामग्री की मात्रा, संरचना और सटीक स्थानीयकरण को विनियमित करने के लिए किया जा सकता है। RGCB के जगथी परिसर में माइक्रोइंजेक्शन सुविधा में स्तनधारी कोशिकाओं और स्तनधारी भ्रूणों में न्यूक्लिक एसिड के इंजेक्शन के साथ-साथ भ्रूण में माउस/चूहा भ्रूण स्टेम कोशिकाओं के इंजेक्शन शामिल होंगे।
अवसंरचना:
ओलंपस IX-73 इन्वर्टेड माइक्रोस्कोप- फेज कंट्रास्ट, फ्लोरोसेंस और माइक्रोमैनिपुलेशन सिस्टम के लिए एपेंडॉर्फ ट्रांसफरमैन® 4th जनरेशन माइक्रोमैनिपुलेटर सेलट्राम® 4r एयर, न्यूमेटिक, मैनुअल शामिल माइक्रोइंजेक्टर फेमटोजेट 4i, प्रोग्रामेबल एकीकृत कंप्रेसर के साथ शामिल माइक्रोइंजेक्टर इंजेक्टमैन® 4, शामिल डायनेमिक मूवमेंट कंट्रोल के साथ माइक्रोमैनिपुलेटर
स्थान
आरजीसीबी जगथी परिसर, पहली मंजिल।
सेंट्रल इंस्ट्रूमेंटेशन माइक्रोइंजेक्शन सुविधा तकनीकी समिति:
डॉ. जैक्सन जेम्स, अध्यक्ष, वैज्ञानिक जी
डॉ. हरिकुमार के बी, सदस्य, वैज्ञानिक ई II
श्री राजशेखरन के कुरुप, सदस्य, उप महाप्रबंधक, तकनीकी सेवाएँ
डॉ. अर्चना एस, सदस्य, प्रबंधक, पशु चिकित्सा सेवाएँ
श्री कन्नन टी आर, सदस्य, प्रयोगशाला तकनीशियन
डॉ. देबाश्री दत्ता, सदस्य सचिव, वैज्ञानिक ई II