वैज्ञानिक जी और डीन (शैक्षणिक मामले)
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
प्रयोगशाला का मुख्य ध्यान प्रारंभिक अवस्था में स्तन कैंसर, BRCA1 उत्परिवर्तित वंशानुगत स्तन/डिम्बग्रंथि कैंसर में शामिल तंत्रों को समझना, ट्यूमर सूक्ष्म वातावरण से संकेतों के आधार पर कैंसर विरोधी/मेटास्टेटिक विरोधी रणनीतियों का विकास करना और साथ ही कैंसर का शीघ्र पता लगाने के लिए गैर-आक्रामक नैदानिक उपकरणों का विकास करना है।
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र जैव प्रौद्योगिकी
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
मेयो क्लिनिक, रोचेस्टर, एमएन, यूएसए
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
राजीव गांधी जैव प्रौद्योगिकी केंद्र
रीजनल कैंसर सेंटर, त्रिवेंद्रम
महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी, केरल
आविष्कार का शीर्षक: एक उपन्यास Cu (II) समन्वय परिसर का संश्लेषण और कैंसर विरोधी गतिविधि
आविष्कारक: डॉ. प्रिया श्रीनिवास, डॉ. एम.आर. प्रतापचंद्र कुरुप, ईश्वरन पोट्टी मनोज, और राकेश सतीश नायर।
अनुदान देने वाली एजेंसी: भारतीय पेटेंट कार्यालय
स्थिति: अनुदानित, संख्या 511/CHE/2007; जारी करने की तिथि: 10 अगस्त 2017.
2022-2025: कार्यकारी समिति सदस्य, इंडियन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च
2019-2022: सचिव, इंडियन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च
2018 - 2019: कार्यकारी समिति सदस्य, इंडियन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च
2013: आजीवन सदस्य, इंडियन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च
2009: सदस्य, यूरोपियन एसोसिएशन फॉर कैंसर रिसर्च
2008-जारी: सक्रिय सदस्य, अमेरिकन एसोसिएशन फॉर कैंसर अनुसंधान
2007: सदस्य, विज्ञान में महिलाओं के लिए तीसरा विश्व संगठन
2006: आजीवन सदस्य, बायोटेक रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया
2005: आजीवन सदस्य, सोसाइटी फॉर बायोटेक्नोलॉजिस्ट्स, इंडिया